अपराध छोटा हो या बड़ा उस पर नियंत्रण व अपराधी को सजा जरुरी है l लेकिन जब अपराधी संगठित हो कर एक मजबूत श्रंखला बना लेते हैं तो सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि सजा कौन दे ? हर व्यक्ति अपने स्वार्थ , कामना , वासना और विभिन्न कमजोरियों के आगे विवश होता है , अपनी - अपनी दुकान चलती रहे इस कारण हर अपराधी दूसरे को संरक्षण देता है l
सब समस्याओं का एकमात्र हल है --- संवेदना l कहने को आधुनिक युग है , लेकिन चेतना के स्तर पर क्या है ? स्वयं का आंकलन प्रत्येक व्यक्ति करे l अपनी कमजोरियों को समझें और उसे दूर करें , तभी समाज में शांति संभव है l
सब समस्याओं का एकमात्र हल है --- संवेदना l कहने को आधुनिक युग है , लेकिन चेतना के स्तर पर क्या है ? स्वयं का आंकलन प्रत्येक व्यक्ति करे l अपनी कमजोरियों को समझें और उसे दूर करें , तभी समाज में शांति संभव है l