आज की सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि लोग समाज में अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए , अपने अनैतिक धन्धों के लिए तथाकथित ' गुंडों ' का सहारा लेते हैं , उनको विभिन्न तरीकों से धन दे कर उनका पोषण करते हैं । यही ' गुंडे ' जब हत्या , अपहरण , बलात्कार जैसे जघन्य अपराध करते हैं तो उनकी शिकायत करने से भी हर कोई डरता है , यदि किसी ने हिम्मत कर के शिकायत कर भी दी तो अपने ' आकाओं ' की दम पर वे छूट जाते हैं और खुलेआम घूमते हैं । इससे अन्य अपराधी प्रवृति के लोगों की हिम्मत खुल जाती है ।
समाज में शान्ति तभी होगी जब लोगों को अच्छे - बुरे व्यक्तियों की पहचान होगी । आज लोगों पर दुर्बुद्धि का प्रकोप है --- जो भ्रष्टाचार में लिप्त है , दूसरों की जमीने , सम्पति हड़प लेता है , धोखाधड़ी करता है , नशे आदि का व्यापार करता है , समाज का चारित्रिक पतन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है --- ऐसे लोगों को समाज सम्मान देता है , उनके गलत कार्य भी उनके गुण हैं ।
जो सच्चाई , ईमानदारी का जीवन व्यतीत करते हैं , परोपकार , सेवा के कार्य करते हैं उन्हें उपेक्षित किया जाता है । ऐसे में अशान्ति तो होगी ही । सही और सकारात्मक सोच की जरुरत है ।
समाज में शान्ति तभी होगी जब लोगों को अच्छे - बुरे व्यक्तियों की पहचान होगी । आज लोगों पर दुर्बुद्धि का प्रकोप है --- जो भ्रष्टाचार में लिप्त है , दूसरों की जमीने , सम्पति हड़प लेता है , धोखाधड़ी करता है , नशे आदि का व्यापार करता है , समाज का चारित्रिक पतन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है --- ऐसे लोगों को समाज सम्मान देता है , उनके गलत कार्य भी उनके गुण हैं ।
जो सच्चाई , ईमानदारी का जीवन व्यतीत करते हैं , परोपकार , सेवा के कार्य करते हैं उन्हें उपेक्षित किया जाता है । ऐसे में अशान्ति तो होगी ही । सही और सकारात्मक सोच की जरुरत है ।
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