आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि जो धन -संपन्न हैं , उच्च पदों पर हैं उन्होंने इस स्थिति को अपनी बपौती समझ लिया है l अपनी सन्तान को चाहे वह अयोग्य हो , उसे वे ऊँचे पद पर ---डाक्टर , इंजीनियर, उच्च अधिकारी देखना चाहते हैं l ऐसी सन्तान जो अयोग्य है और परिश्रम भी नहीं करना चाहती , उसके लिए अनेक धनाढ्य माता - पिता दस - बीस लाख और उससे भी ज्यादा धन खर्च कर के , उसे विभिन्न परीक्षाओं में पास कराना चाहते हैं और इस कार्य में सक्रिय विभिन्न गैंग से मिलकर ऐसे घोटालों को अंजाम देते हैं l
कुछ लोगों की गलतियों का दुष्परिणाम अनेक योग्य और परिश्रमी छात्र - छात्राओं को भुगतना पड़ता है , ठीक उसी तरह जैसे बाढ़ , तूफान अच्छा - बुरा नहीं देखता सबको बहा ले जाता है l
जब माता - पिता ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होंगे तभी वे नई पीढ़ी को संवार सकेंगे अन्यथा प्रकृति न्याय करेगी l
कुछ लोगों की गलतियों का दुष्परिणाम अनेक योग्य और परिश्रमी छात्र - छात्राओं को भुगतना पड़ता है , ठीक उसी तरह जैसे बाढ़ , तूफान अच्छा - बुरा नहीं देखता सबको बहा ले जाता है l
जब माता - पिता ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होंगे तभी वे नई पीढ़ी को संवार सकेंगे अन्यथा प्रकृति न्याय करेगी l
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