सच्चाई और ईमानदारी में गजब का आकर्षण होता है , इसलिए समाज में अनेक लोग जो अनैतिक और अपराधिक गतिविधियों में संलग्न होते हैं अपने ऊपर शराफत का मुखौटा लगाकर रहते हैं l वे समाज में अपनी पहचान ऐसे रूप में दिखाना चाहते हैं कि उनके बराबर कोई सच्चा , ईमानदार और सह्रदय कोई है ही नहीं | ऐसे लोग स्वयं परेशान रहते हैं , उनका सारा जीवन इसी उधेड़बुन में चला जाता है कि इस झूठी पहचान को कैसे बनाये रखा जाये , इस कारण वे तनावग्रस्त रहते हैं l ऐसे लोगों की असलियत जानने वाले भी बहुत होते हैं जो अपना मुंह बंद रखने के लिए ऐसे लोगों से बहुत धन कमा लेते हैं l
शान्ति से जीने के लिए जरुरी है कि हम सद्गुणों को अपनाएं , सच्चाई की राह पर चलें ताकि हमें ऐसे किसी मुखौटे की जरुरत ही न पड़े l
शान्ति से जीने के लिए जरुरी है कि हम सद्गुणों को अपनाएं , सच्चाई की राह पर चलें ताकि हमें ऐसे किसी मुखौटे की जरुरत ही न पड़े l
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