समाज में सुख - शान्ति के लिए जरुरी है कि अपराध पर नियंत्रण हो । जब देश की परिस्थितियों और कानून व्यवस्था को देखकर लोग यह समझने लगते हैं कि अपराध कर के दंड से बच जायेंगे तो उनकी अपराधिक गतिविधियाँ और बढ़ जाती हैं , छोटे - छोटे अपराधी भी स्वयं को शेर समझने लगते हैं । ऐसे लोग अपना वर्चस्व कायम करने के लिए लोगों को मानसिक रूप से उत्पीड़ित करते हैं । शीघ्र और कठोर दंड न होने से ही समाज में अशान्ति है ।
समस्या को हल करने के लिए उसकी जड़ तक पहुंचना चाहिए । अनैतिक और अवैध धन्धा करने वाले समाज के एक बहुत बड़े भाग को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं | इन पर नियंत्रण कर के ही हम एक स्वस्थ समाज की कल्पना कर सकते हैं ।
समस्या को हल करने के लिए उसकी जड़ तक पहुंचना चाहिए । अनैतिक और अवैध धन्धा करने वाले समाज के एक बहुत बड़े भाग को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं | इन पर नियंत्रण कर के ही हम एक स्वस्थ समाज की कल्पना कर सकते हैं ।