व्यक्तिगत जीवन हो या अन्य कोई भी क्षेत्र हो तनाव रहित जीवन जीना चाहते हैं तो प्राथमिकता का चयन करना जरुरी है l आज के समय में अनेक लोग अपनी जिम्मेदारियों से भागने के लिए पूजा -पाठ कर्मकांड को एक माध्यम बना लेते हैं l इससे न तो भगवान प्रसन्न होते हैं और न ही संसार में सफलता मिलती है l जीवन में संतुलन जरुरी है l परिवार में, समाज में अपनी जिम्मेदारियों को निभाने और ईमानदारी से कर्तव्यपालन करने के साथ कुछ क्षण भी ईश्वर का नाम लिया तो वह सार्थक है l ईश्वर का निवास तो हमारे ह्रदय में है , उन्हें जाग्रत करना जरुरी है l
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