इस संसार में भांति - भांति के लोग हैं , उनका बाहरी रूप , व्यवहार , हाव - भाव आदि देखकर उनके भीतर की सच्चाई क्या है ? इसे नहीं समझ सकते l जैसे दो लोग एक - दूसरे की बड़ी तारीफ कर रहे है , बात - बात में परस्पर प्रशंसा कर एक - दूसरे को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं तो इसका अर्थ यह नहीं कि वास्तव में यह सच्ची प्रशंसा है l संभव है वे दोनों एक दूसरे को खुश कर , अपने सहयोगियों के माध्यम से कोई बहुत बड़ा स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हों l यह संसार ' गिव एंड टेक ' से चलता है l
जो व्यक्ति वास्तव में अच्छा है , जिसमे छल - कपट नहीं , किसी का अहित नहीं करता , संभव है अनेक लोग उसे भला - बुरा कह रहे हों , हर जगह उसकी आलोचना हो ---- ऐसी स्थिति में हमें कभी निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि दुष्टता अपने अस्तित्व को बनाये रखना चाहती है , यदि अच्छाई आ गई तो उनका नामोनिशान मिट जायेगा l इसलिए ऐसी दुष्प्रवृत्ति के लोग अपने ऐसे अनेक साथी तैयार कर लेते हैं जिनका काम अच्छे और सच्चे व्यक्ति के खिलाफ लोगों के मन में जहर भरना है , उनका माइंड वाश करना है l आज के समय में बड़े धैर्य और विवेक की जरुरत है कि हम अपने अस्तित्व को भी बनाये रखें और अपने मन को गिरने न दें l क्योंकि सच्चाई कभी छुप नहीं सकती l
जो व्यक्ति वास्तव में अच्छा है , जिसमे छल - कपट नहीं , किसी का अहित नहीं करता , संभव है अनेक लोग उसे भला - बुरा कह रहे हों , हर जगह उसकी आलोचना हो ---- ऐसी स्थिति में हमें कभी निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि दुष्टता अपने अस्तित्व को बनाये रखना चाहती है , यदि अच्छाई आ गई तो उनका नामोनिशान मिट जायेगा l इसलिए ऐसी दुष्प्रवृत्ति के लोग अपने ऐसे अनेक साथी तैयार कर लेते हैं जिनका काम अच्छे और सच्चे व्यक्ति के खिलाफ लोगों के मन में जहर भरना है , उनका माइंड वाश करना है l आज के समय में बड़े धैर्य और विवेक की जरुरत है कि हम अपने अस्तित्व को भी बनाये रखें और अपने मन को गिरने न दें l क्योंकि सच्चाई कभी छुप नहीं सकती l
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