केवल कर्मकांड करना ईश्वर विश्वास नहीं है l जो ईश्वर में विश्वास करते हैं वे सदाचारी होते हैं , सेवा , परोपकार के कार्य करते हैं , कर्तव्य पालन ईमानदारी से करते हैं l इस संसार को सुन्दर बनाने के लिए अपनी सामर्थ्य भर प्रयास करते हैं ताकि ईश्वर की कृपा मिल सके l ऐसे लोग कभी भयभीत नहीं होते , उन्हें ईश्वर की सत्ता में विश्वास होता है कि जो होगा अच्छा होगा , उसी में हमारी भलाई होगी l
आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि व्यक्ति सदाचारी जीवन नहीं जीता l अपनी कामना , वासना ,लालच , ईर्ष्या - द्वेष के कारण वह जीवन में अनेक ऐसे काम करता है जिनके लिए उसकी आत्मा गवाही नहीं देती , आत्मा को कष्ट होता है इससे तनाव उत्पन्न होता है , मन बोझिल बना रहता है l अपने विकारों को दूर कर के ही शांति से रहा जा सकता है l
आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि व्यक्ति सदाचारी जीवन नहीं जीता l अपनी कामना , वासना ,लालच , ईर्ष्या - द्वेष के कारण वह जीवन में अनेक ऐसे काम करता है जिनके लिए उसकी आत्मा गवाही नहीं देती , आत्मा को कष्ट होता है इससे तनाव उत्पन्न होता है , मन बोझिल बना रहता है l अपने विकारों को दूर कर के ही शांति से रहा जा सकता है l
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