Monday 6 August 2018

समाज के नैतिक पतन का मूल कारण है ---- भ्रष्टाचार --- अनैतिक तरीके से कमाया गया धन

  अनैतिक  तरीके  से ,  भ्रष्टाचार  से  धन  बड़ी  तेजी  से  आता  है  ,  एक  साधारण  व्यक्ति  देखते - देखते   बहुत  ही  कम  समय  में  करोड़पति  बन  जाता  है  l  धन  कमाने  की  यह  गलत  राह  व्यक्ति  चुनता  ही  इसलिए  है  कि  इस  असीमित  धन  से  वह  अपनी  दमित  कामनाओं - वासनाओं  की  पूर्ति  कर  सके  l   इससे  समाज  का  नैतिक  पतन  तो  होता  ही  है ,  इससे  पूरा  पर्यावरण  प्रदूषित  होता  है  l   बड़े  शहरों  में  तो  इतनी  कारें ,  वाहन  आदि  हैं  कि  खुला  साफ  आसमान  दिखना  मुश्किल  हो  गया  है  l   इनमे  असंख्य  वाहन  ऐसे  होंगे   जिनका  उपयोग  अनैतिक  और  अवैध  कार्यों  के  लिए  होता  है   l   आज  का व्यक्ति  दोगला  है  ,  एक  शहर  में  परिवार  के  साथ  रहता  है  कि  वह   समाज  का  संभ्रांत  नागरिक  है  ,  बहुत  पैसा  है ,  महँगी  कारें  हैं   तो  दूसरे  शहरों   में  जाकर  अपनी  दुष्प्रवृतियों  को  अंजाम  देते  हैं   ताकि  उनकी  असलियत  लोगों  को  पता  न  चले  l 
 हर  तरह  के  अपराध ,  अनैतिक  और  अवैध  कार्य  इसी  समाज  में  सबके  बीच  होते  हैं    लेकिन  अपनी  कमजोरियों  के  कारण  सब  उन्हें  अनदेखा  करते  हैं  l  पाप  और  अपराध    भी  वैश्विक  स्तर  पर  होने  लगे 
स्थिति  तभी  सुधरेगी    जब  कठोर  दंड  होगा   और  उसके  भय  से  लोग  स्वयं  सुधरना  चाहेंगे  l     

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