बड़ी - बड़ी समस्याएं जीवन में कम ही आती हैं , अधिकांश छोटी - छोटी समस्याएं होती हैं जो तनाव उत्पन्न करती हैं जिससे छोटी समस्या ही बड़ा विकराल रूप ले लेती हैं l
समाज में अनेक लोग ऐसे होते हैं जिनमे ईर्ष्या - द्वेष होता है , जिनका मन अशांत होता है , ऐसे लोग अपनी गतिविधियों से हमेशा ही अन्य लोगों को परेशान करते हैं । हम दूसरों को नहीं बदल सकते । हमें स्वयं विवेक से काम लेना होगा । ईश्वर विश्वास , प्रार्थना , निष्काम कर्म -- इन सबसे मन निर्मल होता है और समस्याओं से कैसे निपटा जाये इसकी अन्त:प्रेरणा प्राप्त होती है ।
लड़ाई - झगड़ा, वाद - विवाद से समस्या और उलझती जाती है । विवेकपूर्ण हल खोजें ।
समाज में अनेक लोग ऐसे होते हैं जिनमे ईर्ष्या - द्वेष होता है , जिनका मन अशांत होता है , ऐसे लोग अपनी गतिविधियों से हमेशा ही अन्य लोगों को परेशान करते हैं । हम दूसरों को नहीं बदल सकते । हमें स्वयं विवेक से काम लेना होगा । ईश्वर विश्वास , प्रार्थना , निष्काम कर्म -- इन सबसे मन निर्मल होता है और समस्याओं से कैसे निपटा जाये इसकी अन्त:प्रेरणा प्राप्त होती है ।
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