Friday 8 December 2017

सुख - शांति से जीने के लिए विवेक जरुरी है

 आज  के  समय  में  व्यक्ति  की  सही  पहचान   बहुत  कठिन  हो  गई  है   l  सामान्य  रूप  से  देखने  में  लगता  है  कि  उच्च  पदों  पर  बैठे  व्यक्ति ,  बड़े - बड़े  घरों  में  रहने  वाले  , समाज  सेवा  करने  वाले  ,  अच्छी  बात  करने  वाले  व्यक्ति  बहुत  सज्जन  होंगे  l  उनके  पीछे  छिपी  कालिमा  को  सामान्य  व्यक्ति  नहीं  जान  पाता  l   इसलिए  हमें  अपना  कार्य - व्यवहार  बहुत  संतुलित  रखना  चाहिए ,  प्रत्येक  कदम  बहुत  सोच - समझ  कर  उठाना  चाहिए   l 
    ऐसे  लोग  जो  अनैतिक  और  अमर्यादित   और  अवैध   कार्य  करते  हैं   उनकी  स्थिति  स्पष्ट  है  कि  वे  विवेकहीन  हैं  तभी  गलत  धन्धों  में  लगे  हैं  l  ऐसे  गलत   और  अनैतिक  कार्यों  में  पैसा  बहुत  है   इसलिए  ऐसे  लोग  बहुत   धनवान  और  अहंकारी  हो  जाते  हैं  l  विवेकहीनता  के  साथ  अहंकार  जुड़  जाता  है  फिर  दंड  का  भय  भी   नहीं  है  इसलिए  ऐसे  लोगों  से  हमेशा  दूर  रहना  चाहिए  ,  उनकी  छाया  से  भी  बचना  चाहिए  l   ऐसे  लोग  किसी  भी  स्तर  तक  गिर  सकते  हैं  ,  एक  सामान्य  व्यक्ति  इस  गिरावट  की  कल्पना  भी  नहीं  कर  सकता  l 
  आज समाज  में  नशा ,  मांसाहार ,  अश्लील  साहित्य , फिल्म  आदि  की  भरमार  है  l  समाज  का  एक  बहुत  बड़ा  भाग  इनमे  उलझ  चुका  है  इसलिए  ये  अनैतिक  धन्धे   बहुत  बड़े  पैमाने  पर  हो  गए  हैं  |  जिन्हें  धन   का  लालच  है  ,  विलासी  जीवन  जीना  है  वे  इन  धन्धों  को  कभी  बंद  नहीं  करेंगे  l  आज  जरुरत  है -- जनता  में  जागरूकता  की  l  यदि  लोगों  में  चेतना  जाग्रत  हो  जाये   कि  नशा ,  मांसाहार ,  अश्लीलता  से  उनका  स्वास्थ्य  ,  उनका  परिवार  ,  उनका  जीवन  बरबाद  हो  रहा  है   और  इनका   व्यापार  करने  वाले   ऊँचे  महलों  में  रहते  हैं ,  बड़ी  गाड़ियों  में  घूमते  हैं  l  यदि  यह  समझ  आ  जाये  कि  अपना  शरीर  सुखाकर  ,  गलाकर   ये  लोग  ही   इन  व्यापार  में  लगे  लोगों  को  अमीर  बना  रहे  है  ,  उस  दिन  ये  धंधे   अपने  आप  ही  बंद  हो  जायेंगे   l   लोगों  की  चेतना  जाग्रत  होना   बहुत  जरुरी  है  l  

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