बच्चे अपने माता - पिता का प्रतिरूप होते हैं l यदि माता - पिता में आलस , कामचोरी , झूठ बोलना , बेईमानी , भ्रष्टाचार आदि दुर्गुण हैं तो उनके बच्चे भी वैसे ही होंगे l बहुत कम माता - पिता ऐसे होते हैं जो स्वयं गलत हैं लेकिन बच्चों को सही राह पर चलने की प्रेरणा देते है और गलत राह पर चलने से जीवन में आने वाली मुसीबतों से वाकिफ कराते हैं l
आज के समय में तो लोग अपने बच्चों के सामने भी शराफत और चरित्रवान होने का मुखौटा लगाकर रहते हैं , उसके पीछे कितनी कालिमा है इसे छुपाने का प्रयास करते हैं l
केवल सुख - सुविधाएँ देना ही पर्याप्त नहीं है , उन्हें अच्छे संस्कार भी देने होंगे l
आज के समय में तो लोग अपने बच्चों के सामने भी शराफत और चरित्रवान होने का मुखौटा लगाकर रहते हैं , उसके पीछे कितनी कालिमा है इसे छुपाने का प्रयास करते हैं l
केवल सुख - सुविधाएँ देना ही पर्याप्त नहीं है , उन्हें अच्छे संस्कार भी देने होंगे l
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