आज के समय में सही व्यक्ति की पहचान मुश्किल हो गई है l देखने में लगता है कि व्यक्ति बहुत शिक्षित है , सभ्य है , उच्च पद पर है , सभ्रांत नागरिक है लेकिन उसके पीछे कितनी कालिक है , यह जानना हर व्यक्ति की समझ से बाहर है l अब लोगों की रूचि अपराधी का बहिष्कार करने , उसके विरुद्ध खड़े होने की नहीं हैं l उसके माध्यम से अपने स्वार्थ पूरे करने में है l अनेक लोग अपराधी को संरक्षण देते हैं और अनेक उसके संरक्षण में पलते हैं l शक्ति और बुद्धि का दुरूपयोग समाज में अनेक अपराधों को जन्म देता है l अपनी कमियां उजागर न हों इसलिए लोग चुप रहते हैं l जब समाज जागरूक होगा , तत्कालीन लाभ न देखकर दूरदर्शिता से निर्णय लेगा तभी सुख - शांति संभव होगी l
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