यह समाज पुरुष और नारी से मिलकर बना है l मनुष्य की दुष्प्रवृत्तियों के कारण ही अपराध होते हैं l महिलाओं का चरित्र हनन और छोटे - छोटे बच्चे - बच्चियों के साथ जो जघन्य अपराध होते हैं उनके सबूत, गवाह आदि नहीं मिल पाते , अधिकांश अपराधी बच जाते हैं , समाज में रौब से घूमते हैं , निरंकुश हो कर और अपराध करते हैं l जो सच है , उसे परिवार व समाज जानता है इसलिए अपना दिल मजबूत कर अपराधी का परिवार , समाज व कार्यस्थल में बहिष्कार अवश्य करें l न्याय की प्रक्रिया होती है , प्रकृति से भी दंड ' काल ' निर्धारित करता है l कम से कम अपराधी का बहिष्कार कर के , उससे दूरी बनाकर समाज को जागरूक किया जा सकता है l इससे अनेक लोग अपराधी के चंगुल में आने से बच जायेंगे और अपराध पर नियंत्रण अवश्य होगा l
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