Monday 23 February 2015

हम यह कैसे जाने कि जो कुछ कर रहें है वह सही है या गलत

यह   मानवीय   स्वभाव   है   कि   प्रत्येक   व्यक्ति   स्वयं   को   बिलकुल   सही   समझता   हैं   कि   वह   जो   कुछ   कर   रहा   है बहुत   अच्छा   कर   रहा   है   लेकिन   वास्तव   में  हमारा   कार्य ,  व्यवहार   सही   है   या   नहीं  यह   जानने   के   लिए   हम   15  मिनट  एकांत   में   बैठें   और  ईश्वर   का   ध्यान   कर   यह   सोचें   कि   जो   व्यवहार   आपने   किसी   के  साथ   किया   वैसा   ही   व्यवहार   कोई   आपके  साथ   करे   तो   आपको   कैसा   लगेगा  ।  ऐसा   सोचने   से   पहले   यह   बिलकुल   भूल   जायें   कि   आप   किसी   बड़े   पद   पर   हैं ,  उच्च   जाति   के   हैं ,  धन -संपन्न   हैं   क्योंकि   प्रकृति   में ,  ईश्वर   की   न्याय   व्यवस्था  में   सब   आत्मा   एक    समान   हैं  , कोई   बड़ा -छोटा   नहीं   ।
    ऐसा   विश्लेषण   करने   पर   ही   हम   सही   व   गलत   का   अंतर   समझ   पायेंगे   ।  जो   बात   हमें   दुःखी   व   परेशान   करती   है   वह   दूसरे   को   भी   करेगी   ।
प्रतिदिन   ऐसा   विश्लेषण   करने   पर   ही   इस   सत्य   का  एहसास   होगा   कि   आपके   व्यवहार   से   कितनी    आत्माओं   को   कष्ट   पहुंचा   और   कितनी   आत्माएं   सुखी    हुईं  । 

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