समाज में आतंक , चोरी , लूट , हत्या , अपहरण , नशा , जुआ आदि दुष्प्रवृत्तियों का कारण है ---- लोगों की मानसिकता का प्रदूषित होना । इस प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है --- नशा । अश्लील फिल्म , दूषित साहित्य तो सारे समाज की मानसिकता को प्रदूषित कर देता है । कहते हैं इन सबसे प्रकृति भी कुपित हो जाती है और बाढ़ , सूखा, भूकंप , महामारी आदि प्राकृतिक प्रकोप बढ़ जाते हैं । यदि सुख - शान्ति से जीना है , स्वस्थ रहना है तो ----- साम -दाम , दंड - भेद --- किसी भी तरीके से लोगों की मानसिकता को प्रदूषित करने वाले कारणों को समाप्त करना होगा । सुख शान्ति के महल के लिए परिष्कृत विचारों की मजबूत नींव जरुरी है ।
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