संयुक्त परिवार प्रणाली भारतीय समाज की एक विशेषता है किन्तु अब ये परिवार टूटते जा रहें हैं ।
इसके अनेक कारण हैं लेकिन एक बड़ा कारण है ---- चरित्रहीनता । चाहे भ्रष्टाचार हो या और कोई अपराध ! यह अपराध उन्हीं परिवारों से होते हैं जिनसे मिलकर यह समाज बना है । और यह अपराध करने वाले किसी के पिता पुत्र या भाई होते हैं । व्यक्ति जितना समय अपने परिवार में व्यतीत करता है , वह स्वयं को कितना भी अच्छा सिद्ध करने की कोशिश करे , सब सदस्य एक दूसरे की सच्चाई अच्छी तरह जानते हैं । यह अपराध - बोध उन्हें एक दूसरे से दूर कर देता
है ।
पहले परिवारों में त्याग की भावना थी , माता पिता अपने सुखों को त्याग कर बच्चों की परवरिश करते थे , इसलिए बच्चे भी उनसे भावनात्मक रूप से जुड़े रहते थे । लेकिन अब माता पिता अपनी सुख सुविधा पहले देखते हैं , केवल धन कमाने पर ध्यान है , बच्चों को जीवन की सही दिशा नहीं देते हैं । इसी की प्रतिक्रिया है कि ऐसे माता पिता भी उपेक्षित हो जाते हैं ।
इसके अनेक कारण हैं लेकिन एक बड़ा कारण है ---- चरित्रहीनता । चाहे भ्रष्टाचार हो या और कोई अपराध ! यह अपराध उन्हीं परिवारों से होते हैं जिनसे मिलकर यह समाज बना है । और यह अपराध करने वाले किसी के पिता पुत्र या भाई होते हैं । व्यक्ति जितना समय अपने परिवार में व्यतीत करता है , वह स्वयं को कितना भी अच्छा सिद्ध करने की कोशिश करे , सब सदस्य एक दूसरे की सच्चाई अच्छी तरह जानते हैं । यह अपराध - बोध उन्हें एक दूसरे से दूर कर देता
है ।
पहले परिवारों में त्याग की भावना थी , माता पिता अपने सुखों को त्याग कर बच्चों की परवरिश करते थे , इसलिए बच्चे भी उनसे भावनात्मक रूप से जुड़े रहते थे । लेकिन अब माता पिता अपनी सुख सुविधा पहले देखते हैं , केवल धन कमाने पर ध्यान है , बच्चों को जीवन की सही दिशा नहीं देते हैं । इसी की प्रतिक्रिया है कि ऐसे माता पिता भी उपेक्षित हो जाते हैं ।
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