बच्चे ही किसी देश का भविष्य होते हैं लेकिन जहाँ छोटी सी उम्र के कोमल बच्चों को मार दिया जाता हो , ऐसी घटनाओं से अन्य बच्चे भयभीत हों और भय के वातावरण में पल कर युवा हों तो वह समाज कैसा होगा ? इसकी कल्पना की जा सकती है l
दंड का भय समाप्त हो जाये , अपराधियों को संरक्षण देने वाले अनेक ' आका ' हों तो ये अपराध कैसे रुकेंगे l सर्वप्रथम हमें ऐसे लोगों को ' जो छुप कर निहत्थे और मासूम बच्चों ' की अमानवीय तरीके से हत्या करते हैं , और जो इन्हें पनाह देते हैं , उन्हें एक ' नाम ' देना पड़ेगा क्योंकि यह केवल हत्या नहीं है , देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है l
दंड का भय समाप्त हो जाये , अपराधियों को संरक्षण देने वाले अनेक ' आका ' हों तो ये अपराध कैसे रुकेंगे l सर्वप्रथम हमें ऐसे लोगों को ' जो छुप कर निहत्थे और मासूम बच्चों ' की अमानवीय तरीके से हत्या करते हैं , और जो इन्हें पनाह देते हैं , उन्हें एक ' नाम ' देना पड़ेगा क्योंकि यह केवल हत्या नहीं है , देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है l
No comments:
Post a Comment