समाज में असमानता है
समाज में अनेक समस्याएं हैं , उनके मूल में एक ही कारण है कि जो व्यक्ति जहाँ लगा है वह ईमानदारी से काम नहीं कर रहा l लोग गरीबों से , मेहनत - मजदूरी करने वालों से और बहुत कम वेतन पाने वालों से ईमानदारी की उम्मीद करते हैं , थोड़ा भी काम गलत होने पर उनसे दुर्व्यवहार करते हैं l लेकिन ये वर्ग भी क्या करे ? जब देखते हैं कि एक से एक अमीर और समर्थ लोग अपनी जेब भरने में लगे हैं , ईमानदारी है ही नहीं , तो ये लोग भी अपने काम में लापरवाह रहते हैं , इस सत्य को स्वीकार करना होगा कि हम सब एक माला के मोती हैं , एक मोती भी खराब होगा तो माला तो माला सही नहीं रहेगी l
समाज में अनेक समस्याएं हैं , उनके मूल में एक ही कारण है कि जो व्यक्ति जहाँ लगा है वह ईमानदारी से काम नहीं कर रहा l लोग गरीबों से , मेहनत - मजदूरी करने वालों से और बहुत कम वेतन पाने वालों से ईमानदारी की उम्मीद करते हैं , थोड़ा भी काम गलत होने पर उनसे दुर्व्यवहार करते हैं l लेकिन ये वर्ग भी क्या करे ? जब देखते हैं कि एक से एक अमीर और समर्थ लोग अपनी जेब भरने में लगे हैं , ईमानदारी है ही नहीं , तो ये लोग भी अपने काम में लापरवाह रहते हैं , इस सत्य को स्वीकार करना होगा कि हम सब एक माला के मोती हैं , एक मोती भी खराब होगा तो माला तो माला सही नहीं रहेगी l
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