सुनहरे भविष्य के लिए हमें वर्तमान में ही प्रयास करना होगा l बालक - बालिकाओं का जीवन सुरक्षित न हो , युवा पीढ़ी के जीवन को सही दिशा न हो , अश्लीलता अपने चरम पर हो और जो समर्थ हैं वे धन , पद और प्रतिष्ठा की अंधी दौड़ में लगे हों , तो भविष्य कैसा होगा ?
आज लोगों का अहंकार इस कदर बढ़ गया है कि वे बच्चों को निशाना बना कर , देश के भविष्य पर , संस्कृति पर वार कर अपने अहंकार को पोषित कर रहे हैं l
जिस प्रकार दंड का भय न होने से व्यक्ति अपराध करता है , अनैतिक और अमानवीय कार्य करता है , यदि कठोर दंड का भय हो तो लोग अपराध करने से डरेंगे जिससे वातावरण में सुधार होगा l
आज लोगों का अहंकार इस कदर बढ़ गया है कि वे बच्चों को निशाना बना कर , देश के भविष्य पर , संस्कृति पर वार कर अपने अहंकार को पोषित कर रहे हैं l
जिस प्रकार दंड का भय न होने से व्यक्ति अपराध करता है , अनैतिक और अमानवीय कार्य करता है , यदि कठोर दंड का भय हो तो लोग अपराध करने से डरेंगे जिससे वातावरण में सुधार होगा l
No comments:
Post a Comment