सुख-शान्ति से जीवन जीने के लिए यह बहुत जरुरी है कि हम अपने जीवन में आध्यात्मिक मूल्यों का समावेश करें । यह कार्य कठिन नहीं । हर धर्म मे पवित्र विचार, श्रेष्ठ भाव हैं, अपने दैनिक जीवन में विभिन्न कार्यों को करते हुए अपने ईश्वर को याद करें, प्रत्येक कार्य उन्ही का दिया हुआ है अत: उसे श्रेष्ठता से संपन्न करें । दिन भर में जब भी संभव हो अपने धर्म में कही गईं, पवित्र ग्रंथों में लिखी हुईं श्रेष्ठ बातों का, पवित्र विचारों का स्मरण करें । धीरे-धीरे मन उन श्रेष्ठ विचारों में रमने लगेगा और फिर वह दिन आ ही जायेगा जब उन श्रेष्ठ विचारों के अनुरूप जीवन भी श्रेष्ठता की राह पर चलने लगेगा, यही सच्चा अध्यात्म है ।
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