बीमारियाँ केवल कीटाणुओं , कुपोषण, गलत दिनचर्या की वजह से ही नहीं होतीं, जीवन में अनेक समस्याएं हैं जिनके कारण व्यक्ति बेहद परेशान रहता है जिससे या तो वह बीमार पड़ जाता है या मानसिक अशांति की वजह से उन सुखों का आनंद नहीं उठा पाता जो उसके पास हैं ।
पारिवारिक समस्याएं अनेक हैं जिनसे व्यक्ति परेशान है दूसरी ओर समाज में लोग अपनी दुष्प्रवृत्तियों के कारण लोगों को मानसिक कष्ट देते हैं । विभिन्न कार्यालयों में, संस्थाओं में, सामाजिक जीवन में ऐसे लोग दूसरे की उपेक्षा करके, हँसी उड़ाकर, दुष्प्रचार करके उन्हें मानसिक कष्ट देते हैं ।
ये कष्ट ऐसे हैं जैसे किसी ने तलवार से जख्म दिए हों, यदि आप इनसे प्रभावित हो गये तो ये जख्म सदा हरे रहते हैं और शूल की भांति चुभते हैं ।
हमें जरुरत है ऐसी ढाल की जो इस तलवार के प्रहार से हमारी रक्षा करे----- वह मजबूत ढाल है---
ईश्वर विश्वास । ईश्वर विश्वास का अर्थ है--- अपना कर्तव्य पालन करना और नेक रास्ते पर चलना
यह बात आप अपने मन में बैठा लें कि ईश्वर आपके साथ है, आप सच्चाई के रास्ते पर हैं तो वे सुरक्षा कवच की तरह आपकी रक्षा कर रहें हैं ।
अब अपने मन में इस समस्या का विश्लेषण कीजिए कि जो भी ऐसी ओछी हरकत करता है वह सद्गुणी नहीं है, कोई महान व्यक्तित्व नहीं है । हमारा ईश्वर अन्तर्यामी है, सर्वज्ञ है वो जानते हैं कि ऐसे दुर्गुणी लोग कभी भी किसी मुसीबत में फंस सकते हैं, उनकी जिंदगी में तूफान आ सकता है । ईश्वर हमसे प्रसन्न है, हम पर उस तूफान के छींटे न आयें इसलिए एक बहाने से ईश्वर ने हमें उनसे दूर कर दिया, हमारी नैया किनारे लगा दी ।
इसलिए लोगों से उपेक्षित होने पर, प्रताड़ित होने पर दुःखी न हों, परेशान न हों, उनसे दूर रहने का आनंद मनाओ । ईश्वर बड़े कृपालु हैं, आने वाली मुसीबत से पहले ही बचा लिया ।
पारिवारिक समस्याएं अनेक हैं जिनसे व्यक्ति परेशान है दूसरी ओर समाज में लोग अपनी दुष्प्रवृत्तियों के कारण लोगों को मानसिक कष्ट देते हैं । विभिन्न कार्यालयों में, संस्थाओं में, सामाजिक जीवन में ऐसे लोग दूसरे की उपेक्षा करके, हँसी उड़ाकर, दुष्प्रचार करके उन्हें मानसिक कष्ट देते हैं ।
ये कष्ट ऐसे हैं जैसे किसी ने तलवार से जख्म दिए हों, यदि आप इनसे प्रभावित हो गये तो ये जख्म सदा हरे रहते हैं और शूल की भांति चुभते हैं ।
हमें जरुरत है ऐसी ढाल की जो इस तलवार के प्रहार से हमारी रक्षा करे----- वह मजबूत ढाल है---
ईश्वर विश्वास । ईश्वर विश्वास का अर्थ है--- अपना कर्तव्य पालन करना और नेक रास्ते पर चलना
यह बात आप अपने मन में बैठा लें कि ईश्वर आपके साथ है, आप सच्चाई के रास्ते पर हैं तो वे सुरक्षा कवच की तरह आपकी रक्षा कर रहें हैं ।
अब अपने मन में इस समस्या का विश्लेषण कीजिए कि जो भी ऐसी ओछी हरकत करता है वह सद्गुणी नहीं है, कोई महान व्यक्तित्व नहीं है । हमारा ईश्वर अन्तर्यामी है, सर्वज्ञ है वो जानते हैं कि ऐसे दुर्गुणी लोग कभी भी किसी मुसीबत में फंस सकते हैं, उनकी जिंदगी में तूफान आ सकता है । ईश्वर हमसे प्रसन्न है, हम पर उस तूफान के छींटे न आयें इसलिए एक बहाने से ईश्वर ने हमें उनसे दूर कर दिया, हमारी नैया किनारे लगा दी ।
इसलिए लोगों से उपेक्षित होने पर, प्रताड़ित होने पर दुःखी न हों, परेशान न हों, उनसे दूर रहने का आनंद मनाओ । ईश्वर बड़े कृपालु हैं, आने वाली मुसीबत से पहले ही बचा लिया ।
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