जीवन को आनंदपूर्वक जीने के लिए आवश्यक है कि हम ईश्वरविश्वासी हों । ईश्वर विश्वास का अर्थ यह नहीं कि काम से जी चुरा कर बैठकर भजन-पूजन करें, ईश्वर विश्वास का अर्थ है--- हम कर्मयोगी बने, जिस भी क्षेत्र में हों, जो भी कार्य करें, ईश्वर को उपस्थित मानकर पूजा समझ कर करें ।
आज के समय में जब व्यक्ति धन को ही सब कुछ समझता है, लोगों में दूसरे का हक छीनना, दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने की प्रवृति है, ऐसे में ईश्वर विश्वास से शक्ति मिलती है ।
आज के समय में जब व्यक्ति धन को ही सब कुछ समझता है, लोगों में दूसरे का हक छीनना, दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने की प्रवृति है, ऐसे में ईश्वर विश्वास से शक्ति मिलती है ।
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