खुशियाँ आपके चारों ओर बिखरी हुई हैं, आपको ही उठकर उनसे जुड़ना है । नकारात्मकता को भगाने का एक और नुस्खा---- आप फुर्सत के क्षणों में छोटे-छोटे बच्चों से बातें कीजिये, उनके साथ उनकी कविताएँ गा कर, उन्हें नई कविता सिखाकर उनके साथ घुल-मिल जाइये । गरीब बच्चों को लिखना-पढ़ना, जोड़, घटाना, गिनती, पहाड़े सिखाइए । नये वर्ष में ऐसा करके देखिये, इससे आपको जो प्राप्त होगा वह अमूल्य है---- 1. बच्चों का मन पवित्र और निश्छल होता है , उनके साथ रहने से आपको सकारात्मक उर्जा मिलेगी जों आपकी नकारात्मकता कों दूर भगा देगी ।
2. बच्चों को जब आप कविता, जोड़ना, घटना आदि कुछ सिखायेंगे तो इस निष्काम कर्म से ईश्वर प्रसन्न होंगे, उनकी कृपा मिलने से आपकी समस्याएं स्वत: हल होने लगेगीं ।
3.बच्चों में बच्चे बनकर खेलने से जो आनंद मिलता है वह आपके चेहरे कि झुर्रियों को मिटा देगा, किसी क्रीम की जरुरत नहीं पड़ेगी ।
2. बच्चों को जब आप कविता, जोड़ना, घटना आदि कुछ सिखायेंगे तो इस निष्काम कर्म से ईश्वर प्रसन्न होंगे, उनकी कृपा मिलने से आपकी समस्याएं स्वत: हल होने लगेगीं ।
3.बच्चों में बच्चे बनकर खेलने से जो आनंद मिलता है वह आपके चेहरे कि झुर्रियों को मिटा देगा, किसी क्रीम की जरुरत नहीं पड़ेगी ।
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