हमारा जीवन अनमोल है, हमें इसे खुशी से व्यतीत करना है , आज आपा-धापी की जिंदगी है, यह मान कर चलिये कि प्रत्येक दिन कोई-न-कोई समस्या है, इन समस्याओं का सकारात्मक तरीके से सामना करें । यदि आप बहुत अस्वस्थ हैं, तो कभी नकारात्मक न बोलें--- ये न कहें कि बहुत बीमार हूँ, बड़ी तकलीफ है |
सकारात्मक बोलें--- कोई तकलीफ नहीं है, जल्दी ही ठीक हो जायेंगे ।
यदि जॉब नहीं मिली है तो ये न कहें----- अभी तक जॉब नही मिली, बड़े परेशान हैं ।
सकारात्मक ढंग से बोलें---- प्रयास कर रहें हैं, बहुत जल्द अच्छी जॉब मिलेगी ।
जब तक जॉब नहीं है , किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त रहें, जिससे निराशा नहीं आये ।
यदि नौकरी में तरक्की नहीं हो रही, वेतन नहीं बढ़ रहा तो ऐसा कभी न कहें कि इतने दिन हो गये, तरक्की नहीं हो रही ।
सकारात्मक ही सोचें और बोले कि----- काम अच्छा कर रहें हैं, जल्दी ही वेतन बढ़ेगा, तरक्की होगी । परिवार के सब सदस्य भी सकारात्मक बात करें, परेशानियाँ होने पर भी घर में बैठकर, फ़ोन पर इनकी बार-बार चर्चा न करें ।
समस्याएं आने पर हम चलते-फिरते, उठते -बैठते, दैनिक जीवन के कार्य करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे हमें शक्ति दें और सद्बुद्धि दें ताकि उन परेशानियों की वजह से हम कोंई गलत निर्णय न लें । यदि आप गायत्री मंत्र जपते हैं और कोई भी सेवा का कार्य नियमित रुप से करते हैं तो कोई भी निर्णय लेने से पहले ईश्वर को, अज्ञात शक्ति को अवश्य याद कीजिये कि हे प्रभु ! हम आपकी शरण में हैं, हमें सद्बुद्धि दें ! इससे आपके मन का बोझ हल्का होगा, मन को शांति
मिलेगी ।
सकारात्मक बोलें--- कोई तकलीफ नहीं है, जल्दी ही ठीक हो जायेंगे ।
यदि जॉब नहीं मिली है तो ये न कहें----- अभी तक जॉब नही मिली, बड़े परेशान हैं ।
सकारात्मक ढंग से बोलें---- प्रयास कर रहें हैं, बहुत जल्द अच्छी जॉब मिलेगी ।
जब तक जॉब नहीं है , किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त रहें, जिससे निराशा नहीं आये ।
यदि नौकरी में तरक्की नहीं हो रही, वेतन नहीं बढ़ रहा तो ऐसा कभी न कहें कि इतने दिन हो गये, तरक्की नहीं हो रही ।
सकारात्मक ही सोचें और बोले कि----- काम अच्छा कर रहें हैं, जल्दी ही वेतन बढ़ेगा, तरक्की होगी । परिवार के सब सदस्य भी सकारात्मक बात करें, परेशानियाँ होने पर भी घर में बैठकर, फ़ोन पर इनकी बार-बार चर्चा न करें ।
समस्याएं आने पर हम चलते-फिरते, उठते -बैठते, दैनिक जीवन के कार्य करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे हमें शक्ति दें और सद्बुद्धि दें ताकि उन परेशानियों की वजह से हम कोंई गलत निर्णय न लें । यदि आप गायत्री मंत्र जपते हैं और कोई भी सेवा का कार्य नियमित रुप से करते हैं तो कोई भी निर्णय लेने से पहले ईश्वर को, अज्ञात शक्ति को अवश्य याद कीजिये कि हे प्रभु ! हम आपकी शरण में हैं, हमें सद्बुद्धि दें ! इससे आपके मन का बोझ हल्का होगा, मन को शांति
मिलेगी ।
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