Sunday 22 July 2018

दोषारोपण न करें

  किसी  भी  स्थिति  में  सुधार  इसलिए  नहीं  हो  पाता    क्योंकि  व्यक्ति  अपनी  गलती  को  स्वीकारने  और  उसे  सुधारने  के  बजाय  उसके  लिए  दूसरों  को  दोषी  ठहराता  है  l  इसका  परिणाम  यह  होता  है    कि  जिसने  गलती  की  है  वह  कभी  सुधरता    नहीं  है  क्योंकि  उसने  इसके  लिए   दूसरे    को  जिम्मेदार  ठहरा  दिया   l  यह  स्थिति  राजनीति  हो  या  समाज   सभी  जगह  देखने  को  मिलती  है  l   इस  कारण ठहराव  आ  जाता  है   l  जब  गलतियाँ  स्वीकार  नहीं  करना ,  सुधरना  नहीं   तो  व्यक्तित्व  का  विकास  तो  रुक  ही  जाता  है   l   आज  ऐसे  ही  लोगों  की  अधिकता  है  ,  इसका  सारे  समाज  पर  नकारात्मक  प्रभाव  पड़ता  है  l   शुरू  से  ही  विदेशी  सरकार  और  विदेशी  जातियों  को  दोष  देते  रहे  ,  कभी  अपने  गिरेबान  में  झांककर  नहीं  देखा ---- धर्म  के  नाम  पर ,  जाति  के  नाम    पर  युगों  से कितना  अत्याचार  किया   और    महिलाओं  व  बच्चियों  पर  जो  अमानवीय  अत्याचार  किया  जाता  है  ,  उसकी  खबर  तो  पूरी  दुनिया  को  है  l
  एक   समाज  वर्तमान  में    जैसा  व्यवहार  करता  है  ,  वही  उसका  इतिहास  बन  जाता  है   l  यदि   उत्पीड़न  और  अत्याचार  ज्यादा  है   तो  ऐसे  कलंकित  करने  वाले  शब्द  इस   युग  की  पहचान  बन  जायेंगे   l 
  अब  भी  वक्त  है    अपनी  गलतियों  को  सुधारकर  एक  नए  समाज  का  निर्माण  करें   l  

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