आज मानव समाज पर दुर्बुद्धि का प्रकोप अपनी चरम सीमा पर है , कुछ दशक पूर्व संसार विश्व युद्धों में उलझा था , अब यह युद्ध इनसान के मन में है , कितना धन कमा लें , तरीका चाहे कोई भी हो बस ! रूपये पैसे से घर , अलमारी , बिस्तर , दीवार सब कुछ भर लें । धन कमाने में जो सहयोग करे , उसी के साथ काम करें , उसी को महत्वपूर्ण कार्य सौंपे जाएँ , जो ईमानदारी , सच्चाई से कार्य करे , उसका सब लोग मिलकर बायकाट कर दें । ईमानदार व्यक्ति आज अछूत बन गया है ।
धरती पर बेईमान हैं तो ईमानदार, सद्गुण संपन्न भी बहुत लोग हैं , यह वक्त का तकाजा है कि सद्गुणों की कदर नहीं है , सच्चे लोग संगठित नहीं हैं । लेकिन ऐसी स्थिति में अपने मन को समझाना बहुत जरुरी है । आज चिकित्सा के क्षेत्र में कितनी प्रगति हो गई , लेकिन बीमारियाँ बढ़ती जा रहीं हैं । बड़े व महंगे अस्पताल में गरीब व मध्यम वर्ग के लोग तो जा ही नहीं सकते , वे सब अमीरों से भरे हैं , एक भी बिस्तर शेष नहीं बचा और बीमारियाँ भी ऐसी कि डाक्टर भी नहीं समझ पाते ।
जो लोग अनैतिक तरीके, से धन कमाते हैं , उनके जीवन में शान्ति नहीं है , बीमारी , पागलपन , अकाल मृत्यु , आत्म हत्या जैसी दुःखद घटनाएँ ज्यादा होती हैं । जिस दिन व्यक्ति समझेगा कि ये सारे दुःख उसे किसी और ने नहीं दिए यह तो उसकी अनैतिक कमाई है जो विभिन्न तरीकों से बाहर निकल रही है , संभवत: उस दिन वह अपने जीवन की दिशा बदले ।
सच्चे और ईमानदार लोग ऐसे भ्रष्टाचारियों के किसी भी प्रहार से परेशान न हों , अपना कर्तव्य पालन करते हुए , ईश्वर के विश्वास के साथ सुकून और शान्ति का जीवन जियें तो अन्य लोगों को भी इस राह पर चलने की प्रेरणा मिले ।
धरती पर बेईमान हैं तो ईमानदार, सद्गुण संपन्न भी बहुत लोग हैं , यह वक्त का तकाजा है कि सद्गुणों की कदर नहीं है , सच्चे लोग संगठित नहीं हैं । लेकिन ऐसी स्थिति में अपने मन को समझाना बहुत जरुरी है । आज चिकित्सा के क्षेत्र में कितनी प्रगति हो गई , लेकिन बीमारियाँ बढ़ती जा रहीं हैं । बड़े व महंगे अस्पताल में गरीब व मध्यम वर्ग के लोग तो जा ही नहीं सकते , वे सब अमीरों से भरे हैं , एक भी बिस्तर शेष नहीं बचा और बीमारियाँ भी ऐसी कि डाक्टर भी नहीं समझ पाते ।
जो लोग अनैतिक तरीके, से धन कमाते हैं , उनके जीवन में शान्ति नहीं है , बीमारी , पागलपन , अकाल मृत्यु , आत्म हत्या जैसी दुःखद घटनाएँ ज्यादा होती हैं । जिस दिन व्यक्ति समझेगा कि ये सारे दुःख उसे किसी और ने नहीं दिए यह तो उसकी अनैतिक कमाई है जो विभिन्न तरीकों से बाहर निकल रही है , संभवत: उस दिन वह अपने जीवन की दिशा बदले ।
सच्चे और ईमानदार लोग ऐसे भ्रष्टाचारियों के किसी भी प्रहार से परेशान न हों , अपना कर्तव्य पालन करते हुए , ईश्वर के विश्वास के साथ सुकून और शान्ति का जीवन जियें तो अन्य लोगों को भी इस राह पर चलने की प्रेरणा मिले ।
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