जो लोग सन्मार्ग पर चलते हैं , अपना कर्तव्य पालन करते हैं , ईश्वर ने जो दिया उसमे खुश रहने के साथ सही दिशा में , सही तरीके से आगे बढ़ने का प्रयत्न करते हैं वे अपने जीवन में शान्ति से रहते हैं |
जब व्यक्ति अपनी असीमित इच्छाओं के लिए अनैतिक तरीके से धन कमाने लगता है , तभी से उसके जीवन में अशान्ति का प्रवेश हो जाता है l अपनी बढ़ती हुई इच्छाओं के साथ वह धीरे - धीरे नीचे गिरता जाता है l दूसरों को तो वह अपनी ताकत से , अपने धन के बल से भयभीत करता है , लेकिन उस धन के नशे से उसकी स्वयं की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है | वह अनजाने में स्वयं अपने लिए ही गड्ढा खोद लेता है |
यदि व्यक्ति केवल एक सद्गुण अपना ले कि----- धन मेहनत से , सच्चाई और ईमानदारी से कमाए तो थोड़े - बहुत अभावों के साथ भी जीवन शान्ति से बीतेगा |
गलत तरीकों से धन कमाने में व्यक्ति अकेला नहीं होता , उसके साथ समाज का बहुत बड़ा हिस्सा जुड़ जाता है और वे सब एक - दूसरे को संतुष्ट करने में लगे रहते हैं इससे उनके स्वयं के जीवन की सुख - शान्ति समाप्त हो जाती है |
जब व्यक्ति अपनी असीमित इच्छाओं के लिए अनैतिक तरीके से धन कमाने लगता है , तभी से उसके जीवन में अशान्ति का प्रवेश हो जाता है l अपनी बढ़ती हुई इच्छाओं के साथ वह धीरे - धीरे नीचे गिरता जाता है l दूसरों को तो वह अपनी ताकत से , अपने धन के बल से भयभीत करता है , लेकिन उस धन के नशे से उसकी स्वयं की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है | वह अनजाने में स्वयं अपने लिए ही गड्ढा खोद लेता है |
यदि व्यक्ति केवल एक सद्गुण अपना ले कि----- धन मेहनत से , सच्चाई और ईमानदारी से कमाए तो थोड़े - बहुत अभावों के साथ भी जीवन शान्ति से बीतेगा |
गलत तरीकों से धन कमाने में व्यक्ति अकेला नहीं होता , उसके साथ समाज का बहुत बड़ा हिस्सा जुड़ जाता है और वे सब एक - दूसरे को संतुष्ट करने में लगे रहते हैं इससे उनके स्वयं के जीवन की सुख - शान्ति समाप्त हो जाती है |
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